THE 2-MINUTE RULE FOR NEERAJ CHOPRA BIOGRAPHY IN HINDI

The 2-Minute Rule for Neeraj Chopra Biography in Hindi

The 2-Minute Rule for Neeraj Chopra Biography in Hindi

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नीरज चोपड़ा एक observe and field एथलीट हैं जो javelin toss में प्रतिस्पर्धा करते हैं।

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प्रश्न – नीरज चोपड़ा के भाले का वजन कितना है ?

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पढ़ाई में उनकी कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। उनके मोटापे की वजह से गाँव के बच्चे उनका मजाक उड़ाया करते थे। नीरज के चाचा उन्हें दौड़ के लिए प्रातःकालीन खेल के मैदान में ले जाया करते थे ताकि उनका वजन कम हो जाए परन्तु नीरज की दौड़ने में कोई रुचि नहीं थी। वहाँ वो अकसर अन्य खिलाडियों को प्रैक्टिस करते देखते रहते जिससे उनकी रूचि जेवलिन थ्रो में दिन प्रति दिन बढ़ती गई।

नोट: इनकी यह नेटवर्थ इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार अंदाजन है। हम इसकी सटीकता की पुष्टि नहीं करते।

उन्होंने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है।

उनको देखकर ही उनके मन में भाला फेंकने की जिज्ञासा जाग्रत हुई और वह उसी में रुचि लेने लगे. नीरज ने भाला फेंक खिलाड़ी बनने के लिए प्रयत्न करना शुरू कर दिया.

नीरज चोपड़ा जैवलिन थ्रो के प्रसिद्ध कोच वर्नल डेनियल के तहत जर्मनी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे और इन्होंने उवे होन के अंतर्गत भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है।

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उन्हें नवंबर में एक आउट-ऑफ-टर्न पदोन्नति के साथ सूबेदार के रूप में सेना द्वारा पुरस्कृत किया गया था।

इस खेल में यदि भाले का नुकीला हिस्सा जमीन पर गिरे और उसमें धंस जाए तभी सही थ्रो माना जाता है सही दूरी मापने के लिए खिलाड़ी का सेक्टर एंगल के अंदर टिप करना जरूरी है।

भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की शिक्षा के बारे में बात करें तो इन्होने अपनी शुरुआती शिक्षा हरियाणा से ही ली हैं, बताया जाता है कि इन्होने बीबीए कॉलेज ज्वाइन किया था वहीँ से इन्होने अपनी पूरी पढाई की थी। आगे की जानकारी के लिए आप इनके बारे में विकिपीडिया और यूट्यूब पर सर्च कर सकते हैं।

जोहान्स वेटर फाइनल में भी नीरज चोपड़ा को चुनौती देने में सफल नहीं हो सके; जर्मन एथलीट को काफी संघर्ष करना पड़ा और वह अंतिम आठ में जगह बनाने में असफल रहे। वहीं, चोपड़ा का प्रदर्शन शुरू से अंत तक शीर्ष स्तर का रहा।

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